वीडियो जानकारी: 18.06.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा <br />~~~~<br />विवरण:<br />इस वीडियो में आचार्य प्रशांत ने अंधविश्वास, विज्ञान, और मानसिकता पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि कैसे लोग अंधविश्वासों में विश्वास करते हैं, जबकि विज्ञान और तर्क के आधार पर जीवन जीना अधिक महत्वपूर्ण है। आचार्य जी ने उदाहरण देते हुए बताया कि लोग अपने जीवन में कई बार अंधविश्वासों को तर्कसंगत बनाने की कोशिश करते हैं, जैसे कि किसी विशेष पूजा या मंत्र का उपयोग करके समस्याओं का समाधान ढूंढना।<br /><br />उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञान और अध्यात्म में कोई विरोध नहीं है, बल्कि दोनों एक-दूस complement करते हैं। आचार्य जी ने यह स्पष्ट किया कि हमें अपने भीतर के अंधविश्वासों को पहचानना और उन्हें छोड़ना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सच्चाई के साथ जीना और अपने वास्तविक स्वरूप को स्वीकार करना महत्वपूर्ण है।<br /><br />आचार्य प्रशांत ने यह संदेश दिया कि हमें अपने जीवन में तर्क और विज्ञान को अपनाना चाहिए, और अंधविश्वासों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने अनुभवों से सीखना चाहिए और अपने विचारों को सकारात्मक दिशा में मोड़ना चाहिए।<br />~~~~~<br />प्रसंग: <br />~ क्या काला जादू वाक़ई में होता है?<br />~ क्या काला जादू करने से मुर्दे में जान डाली जा सकती है?<br />~ कैसे काला जादू करके लोगों को वश में किया जाता है?<br />~ क्या लोग काले जादू से डरते हैं?<br />~ जादू-टोना-टोटका - क्या ये सब वास्तव में होते हैं?<br />~ अगर हम चाहें तो जादू से किसी मुर्दे में जान डाल सकते हैं?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~